Watermelon nutrition facts and health benefits:Best Benefits Of Watermelon Seeds For Skin, Hair And Health(वजन घटाने से लेकर जवां त्वचा तक, जानें तरबूज के बड़े फायदे )

 Best Benefits Of Watermelon Seeds For Skin, Hair And Health  

  वजन घटाने से लेकर जवां त्वचा तक, जानें तरबूज के  बड़े फायदे  


तरबूज़  गर्मी के मौसम में होने वाला फल है। बाहर से देखने में यह हरे रंग के होते हैं और इन पर काली-काली धारियां होती हैं  लेकिन यह अन्दर से अंदर से लाल-लाल  मीठे स्वादिष्ट  पानी से भरपूर होता हैं यह  गर्मी के मौसम में आकर्षण का केंद्र होता है ।यह गर्मी के मौसम का महत्वपूर्ण फल है यह हमारे लिए इसलिए आवश्यक होता है क्योंकि यह हमारे शरीर में पानी की कमी को पूर्ण करता है । गर्मी के  मौसम में हमें वही फल ज्यादा खाने चाहिए जो हमारे शरीर में पानी की आपूर्ति भी करते रहें ।





जो लोग  नियमित रूप से तरबूज  का सेवन करते  हैं उनका रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) संतुलित रहता है, साथ ही वह कई प्रकार की घातक बीमारियों से भी बच सकते हैं  । वैज्ञानिकों ने सिद्ध कर दिया है कि तरबूज में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं और यही नहीं रिसर्च से साबित हो चुका  है  की  तरबूज हमें पेट के कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह आदि रोगों से भी बचाता है। तरबूज में 92 प्रतिशत पानी और 6 प्रतिशत शक्कर होती है। यह विटामिन ए, सी और बी-6 का सबसे बड़ा स्रोत है। तरबूज में बीटा कैरोटीन भी पाया जाता है, जो कि हृदय रोग के खतरे को कम कर हृदय की कोशिकाओं को ताकतवर बनाता  है। तरबूज में लाइकोपीन की मात्रा अन्य फलों और सब्जियों की तुलना में सबसे ज्यादा होती है। लाइकोपीन लाल रंग  के  फलों में पाया जाता है । रिसर्च के मुताबिक लाइकोपीन ब्रेस्ट, प्रोस्टेट, पेट और फेफड़े के कैंसर को पैदा होने से रोकता है। अतः तरबूज का सेवन कई बीमारियों में फायदेमंद साबित होता है आइये जानते है की तरबूज का सेवन किन- किन व्याधियों से निबटने के लिए करते है -



विभिन्न व्याधियों में तरबूज के उपयोग:-                                                               
1-सिर दर्द  को भगाए दूर -                                                                                  

सिरदर्द या शिरपीड़ा (शिरपीड़ा (Headache) सिर, गर्दन या कभी-कभी पीठ के उपरी भाग के दर्द की अवस्था है। यह सबसे अधिक होने वाली तकलीफ है, जो कुछ व्यक्तियों में बार बार होता है। सिरदर्द की आमतौर पर कोई गंभीर वजह नहीं होती, इसलिए लाइफस्टाइल में बदलाव और रिलैक्सेशन के तरीके सीखकर इसे दूर किया जा सकता है। इसके अलावा तरबूज के कुछ घरेलू उपाय भी होते हैं, जिन्हें अपनाकर सिरदर्द से राहत मिल सकती है-


उपचार-                                                                                                     

Ø सिर में दर्द गर्मी के कारण हो तो तरबूज के रस का सेवन करें तो इससे सिरदर्द ठीक हो जाता है।

Ø तरबूज के रस में  मिश्री को मिलाकर पीने से सिर दर्द खत्म हो जाता है।

Ø तपती गर्मी में जब सिरदर्द होने लगे तो तरबूज के आधा गिलास रस को पानी में मिलाकर पीना चाहिए।

Ø तरबूज की मींगी (बीज के अंदर का भाग) को थोड़े पानी के साथ पीसकर लेप बना ले और उसे सर पर लगाने से सरदर्द में लाभ मिलाता है |

Øपुराने सिर दर्द को दूर करने के लिए तरबूज के बीजों की गिरी को पानी के साथ पीसकर लेप तैयार कर सिर पर लगाएं।आराम मिलेगा। 

2- फैट फ्री आहार होता है तरबूज-                                                                         


तरबूज वजन घटाने के लिए सबसे बेहतर फल है। तरबूज में मौजूद सिट्रयूलाइन नामक तत्व शरीर से वसा को कम करने में मददगार होता है। ये वसा बनाने वाली कोशिकाओं को कम करता है। तरबूज में पानी की अधिक मात्रा डाइटिंग के दौरान एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। तरबूज में इसके अलावा विटामिन और मिनरल भी होता है।  मोटापा कम करने वालों के लिए यह उत्तम आहार है।तरबूज मोटापा घटाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है क्योंकि यह फैट फ्री होता है। इसलिए पेटू लोगों के लिए यह किसी तोहफे से कम नहीं है। 

                            
                    अब ज्यादा खाने वाले लोग यदि बड़ी मात्रा में तरबूज खाएंगे तो उनका मोटापा नहीं बढ़ेगा। यदि आप डायटिंग पर हैं तो यह और भी मजे की बात है। आप  बेफिक्र होकर तरबूज खाएं और कमजोरी को अपने पास भी नहीं फटकने दें। अक्सर देखा गया है कि डायटिंग करने वालों में कमजोरी की शिकायत पाई जाती है और इसी कारण उन्हें विभिन्न प्रकार की बीमारियां घेर लेती हैं। डायटिंग के दौरान तरबूज के सेवन से आपके शरीर में पानी और पर्याप्त मात्रा में खनिज लवणों व विटामिंस की कमी नहीं होती और आप रोगों से भी बचे रहते हैं।

4-लाइकोपीन का राजा-                                                                                    


लाइकोपीन एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण जैव रसायन है, जो हमारे हृदय को स्वस्थ रखने में सहायक होता है, यह हमें प्रोस्टेट कैंसर के खतरे से बचाता है और हमारी त्वचा को भी स्वस्थ रखता  है। टमाटर को अभी तक लाइकोपीन का राजा कहा जाता था लेकिन रिसर्च में अब पाया गया है कि तरबूज में टमाटर के मुकाबले अधिक मात्रा में लाइकोपीन पाया जाता है। औसतन एक मीडियम साइज टमाटर में चार मिग्रा (4-mg) लाइकोपीन होता है और यदि हम दो कप  तरबूज लें तो उसमें 18 मिग्रा तक की मात्रा में लाइकोपीन पाया जाता है |

लाइकोपीन के फायदे-                                                                                    

     
Æलाइकोपीन अन्य केरोटिनॉयड्स से भी अधिक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट माना गया है। 

Æलाइकोपीन त्वचा को झुर्रियों से बचाता है।

Æलाइकोपीन गर्भाशय के विकार दूर करता है। 

Æवैज्ञानिकों का कहना है कि लाइकोपीन आस्टियोपोरोसिस से बचाव करता है। 

Æलाइकोपीन हमे फेफड़े, स्तन, ओवरी, गर्भाशयप्रोस्टेट, त्वचा, पेनक्रियास और आमाशय कैंसर 
से बचाव करता है। 

Æहृदय की धमनियों में जमा होने के पहले कोलेस्टेरोल का मुक्त-मूलक द्वारा ऑक्सीडाइज़ होना जरूरी होता है। लाइकोपीन शरीर में एल.डी.एल. कोलेस्टेरोल के ऑक्सिडेशन को रोकता है और रक्त में कॉलेस्ट्रोल का स्तर कम करता है।  इस तरह लाइकोपीन हृदय संबंधी बीमारियों से रक्षा करता है।लाइकोपीन पेट के कीड़ों से भी रक्षा करता है।

Æलाइकोपीन त्वचा को लालिमा प्रदान करता है। लाइकोपीन खाने से शुक्राओं की संख्या और सक्रियता बढ़ती है। 

5 -इंसटेंट एनर्जी के लिए-                                                                                 



चिलचिलाती गरमी के मौसम यदि आपको थकान हो, तो  आप तुरंत बाज़ार जाइये और तरबूज ले आइये । तरबूज बी कंप्लैक्स का प्राकृतिक स्त्रोत होता है यह हमारे शरीर को इंसटेंट एनर्जी देता है। इसमें बीटा-कैरोटीन भी पाया जाता है है, जो हमारी कोशिकाओं को एजिंग  इफेक्ट से बाचाता है। यह शरीर की प्यास को बुझाने का उत्तम स्रोत है, क्योकि इसमें 92 प्रतिशत पानी ही होता है। 

6-पागलपन के उपचार में सहायक                                                                                     
  
                                   
पागलपन को “मन का रोग” या ये कहा जाय कि “मानसिक रोग” आदि नामों से जानते हैं  | व्यक्ति के जीवन में ऐसे बहुत से कारण पैदा हो जाते हैं , जिनसे उसकी मनों भावनायें आहत होती हैजिसके परिणाम स्वरूप विभिन्न प्रकार के मानसिक असन्तुलन पैदा हो जाते है भयचिन्ताडरपोक स्वभावअचानक बिना बात के घबरा जानाघबराहट के साथ दिल का जोर जोर से धड़कनाऊठ ऊठ कर भागनानींद न आनापागलपन का दौरा पड़नामर जाने का भयमृत्यु भययह सोचना कि अचानक मर जाउन्गाअकेले जाने में भय लगनाबिना किसी कारण के डरनाअनावश्यक चिन्ता करना आदि आदि नाना प्रकार के मानसिक रोग हो जाते है  पागलपन के इलाज़ में तरबूज का सेवन लाभकारी होता है -

उपचार-                                                                                                

Æतरबूज का 1 कप रस, 1 कप गाय का दूध व मिश्री 30 ग्राम मिलाकर 1 सफेद कांच की बोतल में भरदें। इस बोतल को रात के समय में खुले आकाश (चांदनी) में किसी सुरक्षित जगह पर रख दें। सुबह के समय में इसे रोगी को पिलाएं। इस प्रयोग को लगातार 21 दिन तक करते रहने से पागलपन व वहम दूर हो जाता है।

Æ10 ग्राम तरबूज के बीजों को छीलकर उसकी गिरी को निकाल लें। इस गिरी को शाम के समय में पानी में डालकर रख दें और फिर सुबह में इन गिरियों को जल में पीसकर थोड़ी सी मिश्री मिलाकर सेवन करने से उन्माद या पागलपन ठीक हो जाता है।

7- रिसर्च के अनुसार तरबूज  वियाग्रा की दवा के सामान प्रभावशाली होता है -      



 न्यूट्रीशन मेडिकल जरनल एवं साइंस डेली पत्रिका में छपे शोध के अनुसार तरबूज में सिटूलीन नामक जैव रसायन होता है, जो शरीर में जाकर अरजीनीन नामक एमीनो एसिड में परिवर्तित हो जाता है। अरजीनीन की सही मात्रा शरीर में रहे, तो नाइट्रिक आक्साइड प्रचुर मात्रा में बनता है। नाइट्रिक आक्साइड को 1992 में मालिक्यूल आफ डिकेड कहा गया था। यह पाया गया था कि हमारी रक्त वाहिनियों की आंतरिक सतह इंडोथेलियम से यह साबित होता है। यदि यह सही मात्रा में शरीर में रहे, तो हार्ट की बीमारी न हो, रक्तचाप ठीक रहे, अर्थराइटिस से निजात मिले और कई तरह के कैंसरों से बचाव हो। तरबूज खाने से नाइट्रिक एसिड की मात्रा संतुलित हो जाती है। यौन अंगों में नाइट्रिक एसिड बनने से वहां रक्त प्रवाह सही हो जाता है, ऐसा प्रभाव वियाग्रा की टेबलेट लेने से होता है । सिटूलीन की अधिकता से शरीर की प्रतिरोधात्मक शक्ति बढ़ती है और शरीर का जहर बाहर निकल जाता है। 


8-तरबूज के बीज पौष्टिकता का खजाना –                                                         



तरबूज के बीज कई तरह के पोषक तत्वों से भरे होते हैं। इसके बीजों में आयरन, पोटैशियम, मिनरल्स और विटामिन पाए जाते हैं। तरबूज के बीज को चबाकर खाएं या फिर इसके तेल का इस्तेमाल करें। दोनों ही रूप में यह फायदेमंद है। तरबूज के बीज खाने से स्किन हेल्दी हो जाती है। बाल चमकदार व घने होते हैं और सेहत बन जाती है।

9-उच्च रक्तचाप (हाईब्लड प्रेशर) रखे सामान्य-                                                   

जिन लोगों का ब्लड प्रेशर नार्मल से ज्यादा रहता है, अगर वह रोजाना एक तरबूज दिन में पांच बार (करीबन एक प्लेट) खाएं, तो निश्चित ही ब्लड प्रेशर सामान्य हो जाता है। ऐसा प्री हाइपर टेंशन के लोगों में होता है। जो लोग दवाइयों का सेवन करते हैं हैं, वे भी तरबूज खाने से  अपना रक्तचाप सामान्य कर सकते हैं -

Pregnant woman with high blood pressure


उपचार-                                                                                                          

Æतरबूज के बीज की गिरी और सफेद खसखस अलग-अलग पीसकर बराबर मात्रा मिलाकर रख लें। फिर इसमें से 3 ग्राम की मात्रा सुबह-शाम खाली पेट पानी के साथ लें। इससे रक्तचाप कम होता है और रात में नींद अच्छी आती है। सिर दर्द भी दूर हो जाता है। इसके सेवन से रक्तवाहिनियों की कठोरता घटने लगती है और खून की खराबी भी दूर होती है व रक्तवाहिनियां मुलायम और लचकीली बनने लगती है। इसका प्रयोग आवश्यकतानुसार चार से पांच सप्ताह तक करना चाहिए।

Æतरबूज के बीजों के रस में एक तत्व होता है जिसे कुरकुर पोसाइट्रिन कहते हैं। इसका असर गुर्दो पर भी पड़ता है। इससे उच्च रक्तचाप कम हो जाता है। इसके अलावा टखनों के पास की सूजन भी ठीक हो जाती है।

Æ1 कप तरबूज के रस में 1 चुटकी सेंधानमक डालकर पीने से उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) कम होता है।


10-ज्यादा जवां दिखाए, उम्र का असर छिपाए-                                                   


कौन नहीं चाहेगा कि वह हमेशा जवां दिखे । जवां दिखने के लिए हजारों, लाखों रुपए भी खर्च करने से लोग गुरेज नहीं करते। ऐसे में आपको कोई यह बताए कि तरबूज खाने से आप और जवां दिखाई देंगे और आप पर बढ़ती उम्र का  प्रभाव कम दिखाई नहीं देगा। शोधों में यह पुष्टि हो चुकी है कि  तरबूज में बीटा-कैरोटीन और एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। इसके नियमित सेवन से शरीर पर फ्री रैडिकल्स का असर नहीं पड़ता। शरीर हमेशा जवान होता है और त्वचा हमेशा दमकती रहती है और बुढ़ापा दूर-दूर तक नहीं दिखाई नहीं देता।

11-चेहरे के दाग-धब्बे मिटाए-                                                                        


अधिक तैलीय पदार्थों और आधुनिक जीवनशैली के कारण अधिकतर लोगों के चेहरे पर पिंपल्स के साथ ब्लैकहेड्स (काले धब्बे) होने की समस्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में ब्लैकहेड्स से मुक्ति का एक सबसे आसान उपाय यह है कि आप ताजा तरबूज का गूदा लें और इसे अपने चेहरे पर ब्लैकहेड्स से प्रभावित जगह पर धीरे-धीरे रगड़ें (मलें)। थोड़ी देर बाद गुनगुने पानी से चेहरा धो डालें, देखें कैसे जादूरई रूप से आपके चेहरे का रंग निखर जाएगा और ब्लैकहेड्स कम होने लगेंगे।
12-सौंदर्य बढ़ाने में कारगर –                                                                           


तरबूज के सेवन से हमारी त्वचा को पर्याप्त मात्रा में विटामिंस युक्त तरल पदार्थ प्राप्त होते हैं और हमारी त्वचा का रंग निखरने लगता है-

घरेलु उपचार -                                                                                          

 Øतरबूजे के बीज को पानी में पीसकर होंठों अथवा जीभ पर मलने से `होठ तथा जीभ का फटना` ठीक हो जाता है।

Øगर्मी में नित्य तरबूज का ठंडा-ठंडा शरबत पीने से शरीर को शीतलता तो मिलती ही है । साथ ही चेहरे पर एक चमक भी आ जाती है। इसके लाल गूदेदार छिलकों को हाथ-पैर, गर्दन व चेहरे पर रगड़ने से सौंदर्य निखरता है।

 Øतरबूज के अंदर के गूदे को त्वचा के जहरीले छाले पर लगाकर पट्टी बांधने से छाले ठीक हो जाते हैं।

Øतरबूज में अनसैचुरेटेड फैटी एसिड होता है, जो त्वचा में नमी को बनाए रखते हैं। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व झुर्रियों को दूर करते हैं।

 Øस्किन इंफेक्शन में भी तरबूज एक बेहतरीन दवा की तरह काम करता है। यदि एक्ने की समस्या हो, तो तरबूज के बीज का तेल चेहरे पर लगाएं। यह समस्या खत्म हो जाएगी।

Øतरबूज के बीज के तेल से चेहरे पर मसाज करने से चेहरा चमकने लगता है। यह चेहरे से गंदगी और सिबम को हटाकर पोर्स को खोल देता है और त्वचा को सुंदर बनाता है।

13-फ्लू से बचाए, पाचन शक्ति बढ़ाए-                                                          

तरबूज पानी और फाइबर से भरपूर होने के कारण, कब्‍ज को रोकने और एक स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए नियमितता को बढ़ावा देने में मदद करता है। तरबूज में विटामिन ए और विटामिन सी अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि विटामिन सी हमारे शरीर के प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाता है और विभिन्न रोगों के वायरस अथवा जीवाणुओं से लड़ने में हमारे शरीर की मदद करता है। गर्मियों के दौरान यदि आप पर्याप्त मात्रा में तरबूज का सेवन करेंगे तो आपके शरीर में विटामिन सी की कमी नहीं होगी और आपको कभी फ्लू नहीं होगा।

  

उपचार-                                                                                                    

Ø तरबूज के लाल गूदे पर काली मिर्च, जीरा एवं नमक का चूर्ण डालकर खाने से भूख खुलती है एवं पाचनशक्ति बढ़ती है।

Øतरबूज की फाँकों पर काली मिर्च पाउडर, सेंधा व काला नमक बुरककर खाने से खट्टी डकारें आना बंद होती हैं।

Ø भोजन के बाद अगर कलेजे में जलन होकर उल्टी आ रही हो तो सुबह-सुबह 1 गिलास तरबूज का रस मिश्री मिलाकर पीने से लाभ मिलता है।

Øतरबूज कुछ दिनों तक सेवन करने से पेट की कब्ज की समस्या खत्म हो जाती है।

14-सुंदरता बढ़ाए, बालों को मजबूत बनाए-                                                     

 
वैज्ञानिकों ने यह सिद्ध कर दिया है कि तरबूज में फोलिक एसिड पाया जाता है। फोलिक एसिड के कारण हमारे बालों को मजबूती मिलती है, उनका गिरना कम होता है। और मजबूत लहराते बाल से हमारी खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। प्रोटीन और जरूरी मात्रा में अमीनो एसिड होने के कारण इसके बीज बालों की समस्याओं में रामबाण हैं। तरबूज के बीजों को चबाकर खाने से बाल जड़ से मजबूत होते हैं।
15- हड्डियों और दांतों के पर्याप्त पोषण देता है तरबूज-                                   

तरबूज में आयरन, मैगनीशियम, कैल्शियम, मैगनीज, जिंक, पोटैशियम और आयोडीन होता है, जो कि हड्डियों और दातों के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। नियमित रूप से तरबूज का सेवन करने वालों की हड्डियां ज्यादा मजबूत होती है और उनके दांत भी ज्यादा उम्र तक उनका साथ निभाते हैं। प्रदूषण के कारण जहां आज हवा भी अछूती नहीं रही है, वहां भूगर्भीय पानी की प्रदूषित हुआ है। लगातार गिरते जलस्तर और पानी में बढ़ते फ्लोराइड के कारण अधिकतर लोगों की हड्डियों में कमजोरी की शिकायत पाई जाने लगी है। ऐसे में तरबूज का सेवन आपके लिए जरूरी सभी तत्वों को सहजता से उपलब्ध कराता है।

16-कैंसर की काट है तरबूज-                                                                         


तरबूज मजबूत एंटीऑक्‍सीडेंट विटामिन सी और अन्‍य एंटीऑक्‍सीडेंट का अच्‍छा स्रोत है, यह कैंसर का कारण माने जाने वाले मुक्त कण के गठन से निपटने में मदद करता है। तरबूज में पाए जाने वाले लाइकोपीन की मात्रा अन्य फलों और सब्जियों के मुकाबले काफी अधिक होती है। हम आपको बता दें कि लाइकोपीन वही तत्व होता है, जिसके कारण फलों में लाल रंग दिखाई देता है। शोधों के अनुसार लाइकोपीन ब्रेस्ट, प्रोस्टेट, पेट और फेफड़े के कैंसर को रोकता है और कैंसर रोगियों के लिए यह लाभदायक होता है। दूसरे शब्दों में यह भी कह सकते हैं कि नियमित रूप से यदि आप तरबूज का सेवन करेंगे कैंसर की काट अपने आप हो जाएगी।

17-दिल को संभाले, कोलेस्ट्रॉल घटाए-                                                          


तरबूज में मौजूद पोटेशियम जैसा पोषक तत्‍व दिल को स्‍वस्‍थ और फिट रखने के लिए बहुत महत्‍वपूर्ण होता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, दिल को स्‍वस्‍थ रखने के एक वयस्क को एक दिन में 3,510 मिलीग्राम पोटेशियम उपभोग करना चाहिए। लगातार बैठकर काम करने से पूरे विश्व में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है और इसके साथ ही कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी बढ़ने लगा है। ऐसे में दिल का दौरा पड़ने की आशंका को बल मिलता है। दिल की बीमारियों से त्रस्त लोगों के लिए अच्छी खबर यह है कि तरबूज उनके दिल को ज्यादा स्वस्थ रख सकता है। शोध से पता चला है कि तरबूज में एंटीऑक्सीडेंट होता है जो कि दिल की बीमारी को दूर रखता है और कोलेस्ट्रॉल को पिघला देता है और कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटने से हार्टअटैक की आशंका कम हो जाती है।

18-सूर्य की यूवी किरणों सें करता है हमारी रक्षा-                                               


हृदय रोग के बाद हम बात करते हैं कई अन्य शारीरिक व्याधियों की। गठिया, अस्थमा, स्ट्रोक, हार्ट अटैक आदि लाइकोपीन तत्व के कारण होता है। तरबूज का सेवन हमारे शरीर में फ्री रैडिक्ल की क्षमता को कम करता है। चिकित्सकों के अनुसार फ्री रैडिक्ल के कारण सूजन, गठिया, अस्थमा, स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी बीमारियां हमें घरे लेती है। तरबूज का सेवन जहां हमें इन बीमारियों से बचाता है, वहीं यह हमारी त्वचा पर सूर्य की घातक यूवी किरणों  का असर भी कम करता है और प्रदूषण का असर भी समाप्त करता है।

19-मांसपेशियों के लिए फायदेमंद-                                                                


तरबूज में पोटेशियम अच्छी मात्रा में होता है जो शरीर में नर्वस सिस्टम और मांसपेशियों की सेहत के लिए जरूरी है। इसके सेवन से मांसपेशियों से जुड़ी समस्याओं से बचा जा सकता है। साथ ही तरबूज और तरबूज का रस मांसपेशियों के दर्द को कम करने में मदद करता है।

20-अस्थमा की रोकथाम-                                                                                 



अस्‍थमा के विकास का जोखिम उन लोगों में कम होता है जो पोषक तत्‍वों की उच्‍च राशि का उपभोग करते हैं। इन पोषक तत्‍वों में से एक विटामिन सी है जो तरबूज में पाया जाता है।

21-अल्कोहल उत्पादन-                                                                                   



अमेरिका में तरबूज के कुल उत्पादन का करीब 20 प्रतिशत खेतों में छोड़ दिया जाता है, जो तरबूज पूर्णतह देखने में ठीक नहीं होते, उनकी मार्केटिंग नहीं होती। अब ओकला यूनिवर्सिटी ने ऐसी तकनीक विकिसत की है, जिससे इसको इथानाल में परिणत किया जायेगा एवं बायो फ्यूल के रूप में इस्तेमाल किया जायेगा। साइंस ने तरबूज के गुणों का रहस्य खोज निकाला है। तरबूज के बीजों का भी अपना महत्व है। यह सस्ता और गरमी के दिनों में सहजता से मिलने वाला फल है। यह हमारे हेल्थ का रछक है। यदि आपको अभी तक कोई भ्रम है, तो अब उस मिथक से बाहर निकल जाइए।

22-स्मरण शक्ति बढाये तरबूज –                                                                         

तरबूज और उसके बीजों की गिरी शरीर को पुष्ट बनाती है। गिरी की ठंडाई बनाकर रोज सुबह नियमित रूप से पीने पर स्मरण शक्ति बढ़ती है। तरबूज के बीज खाने से हाई ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित होता है।
अन्य उपचार-                                                                                                   


खून की कमी में-                                                                                              

Øपोलियो रोगियों को तरबूज का सेवन करना बहुत लाभकारी रहता है, क्योंकि यह खून को बढ़ाता है और उसे साफ भी करता है। त्वचा रोगों के लिए यह फायदेमंद है। 
Øखाना खाने के उपरांत तरबूज का रस पीने से भोजन शीघ्र पच जाता है। इससे नींद भी अच्छी आती है। इसके रस से लू लगने का अंदेशा भी नहीं रहता।


मुंह के छाले :                                                                                             

तरबूज के छिलके जलाकर उसकी राख को छालों पर लगाने से मुंह के छाले ठीक हो जाते हैं।

एलर्जी :                                                                                                  

यदि गर्मियों का मौसम चल रहा हो तो तरबूज के रस में कालानमक डालकर पीने से एलर्जी दूर होती है।

सूखी खांसी :                                                                                         


सूखी खांसी होने पर तरबूज का सेवन करने से सूखी खांसी ठीक हो जाती है। सूखी खाँसी में तरबूज खाने से खाँसी का बार-बार चलना बंद होता है।

जोड़ों का दर्द:                                                                                        
तरबूज का रस पीने से जोड़ों के दर्द में लाभ मिलता है।
ज्वर (बुखार) :                                                                                       
यदि धूप में चलने के कारण ज्वर (बुखार) हो जाए तो तरबूज का सेवन करने से बुखार ठीक हो जाता है।

शरीर में सूजन :                                                                                 

 लगभग 50 मिलीलीटर तरबूज के रस में लगभग 2 ग्राम कालीमिर्च के चूर्ण को मिलाकर दिन में 2 बार सेवन करने से सूजन (शोथ) दूर हो जाती है।  तरबूज के बीजों का रस या जूस पीने से गुर्दों की खराबी के कारण होने वाली सूजन खत्म हो जाती है।

उपदंश (फिरंग) :(SYPHILIS)-                                                                     


पके हुए तरबूज में एक चौकोर टुकड़ा काटकर निकाल लें फिर तरबूज के कटे हुए भाग में से कुछ उसके गूदा को और निकाल लें। इसके बाद इसमें 250 ग्राम चीनी भरकर ऊपर से वही टुकड़ा रखकर उसका मुंह बंद कर दें और रात के समय इसे ओस में रख दें। सुबह के समय इसके अंदर का पानी पीएं। इस प्रकार से उपचार प्रतिदिन कुछ दिनों तक करने से उपदंश रोग ठीक हो जाता है।

पुरुषों से सम्बंधित रोगों में फायेदेमंद –                                                     


 Øतरबूत का रस किसी बर्तन में लेकर उसे रात के समय में ओस में रख दें और सुबह के समय में इसमें चीनी मिलाकर पी जाएं। इसका सेवन प्रतिदिन करने से लिंग का घाव और मूत्र की जलन नष्ट हो जाती है।


 Øतरबूज के बीजों की गिरी 6 ग्राम तथा मिश्री 6 ग्राम को एक साथ चबाकर खाने और ऊपर से दूध पीने से शरीर में ताकत की वृद्धि होती है जिसके फलस्वरूप नपुंसकता खत्म होती है।

पेशाब करने में कष्ट (मूत्रकृच्छ या जलन) और पथरी :                                 


Øतरबूज के बीजों को गर्म पानी मे पीसकर छानकर पी लें। इससे पेशाब करने पर होने वाले कष्ट दूर हो जाते हैं। इसके सेवन से पथरी गलकर पेशाब के द्वारा बाहर निकल जाती है।


 Øतरबूज की जड़ को ताजे पानी में पीसकर उसे तीन बार छानकर कम से कम 10 दिनों तक रोज खायें इससे पथरी गलकर बाहर निकल जाती है। 


 Øपेशाब में जलन हो तो ओस या बर्फ में रखे हुए तरबूज का रस निकालकर सुबह शकर मिलाकर पीने से लाभ होता है।

पेट से सम्बंधित रोग-                                                                                      


Øपेचिश के रोगी को तरबूजा खिलाने से शरीर के अंदर मलदोष दूर होकर खूनी पेचिश ठीक हो जाती है। इसे रोगी को सेवन कराने के बाद पानी बिल्कुल भी न पिलाएं।

Øतरबूजा को खाने से पेशाब खुलकर आता है जिसके फलस्वरूप जलोदर (पेट में पानी जमा होना)  ठीक हो जाता है।

Ø10-10 ग्राम तरबूज के लाल बीज और मिश्री को पीसकर पानी के साथ खाने से रक्तप्रदर (खूनी प्रदर) ठीक हो जाता है।


सार संक्षेप-                                                                                                      
èनियमित तरबूज सेवन से कब्ज दूर होती है।
èतरबूज और उसके बीजों की गिरीशरीर को पुष्ट बनाती है। तरबूज खाने के बाद उसके बीजों को धो सुखा कर रख लें जिन्हें बाद में भी खाया जा सकता है।
èतरबूज खाने से प्यास बुझ जाती है।
èनियमित तरबूज खाने से पेशाब खुलकर आता है। पेशाब की जलन भी दूर होती है।
èप्रात: काल तरबूज के गूदे का रस निकालकर उसमें मिश्री मिलाकर पीने से सिरदर्द दूर हो जाता है।
èपुराने सिरदर्द को दूर करने के लिये तरबूज के बीजों की गिरी को पानी के साथ पीसकर लेप तैयार कर नियमित माथे पर लगायें।
èसूखी खांसी में तरबूज खाना लाभप्रद होता है।
èटखने और गुर्दे के पास की सूजन होने पर तरबूज खाना लाभदायक होता है।
èतरबूज के बीज खाने से बढ़े हुए रक्तचाप पर नियंत्रण होता है।
èगर्मी में हम बाहर निकलते रहते हैं। ऐसे में शरीर को गर्मी लग जाती है। नियमित तरबूज या तरबूज का रस पीने से गर्मी में राहत मिलती है।
èतरबूज खाने या उसका रस पीने से दिमाग को ताकत मिलती है।
èतरबूज के बीजों की गिरी की ठंडाई बनाकर प्रात: नियमित पीने के स्मरण शक्ति बढ़ती है।
èतरबूज का सेवन शरीर में ताकत बढ़ाता है।
èतरबूज खाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसे खाने के बाद 1 घंटे तक पानी न पियें अन्यथा लाभ वेस्थान पर शरीर को हानि पहुंचा सकता है। तरबूज ताजा काट कर खायें। बहुत पहले का कटा तरबूज भी नुकसान पहुंचाता है।
èतरबूज में लाइकोपिन पाया जाता है ,लाइकोपिन हमारी त्वचा को जवान बनाए रखता है। यह हमारे शरीर का कैंसर से बचाव करता है।

è गर्मियों में तरबूज का नियमित सेवन करने से दिल की बीमारियां नहीं होती हैं।

èतरबूज हमारे शरीर के प्रतिरक्षा तन्त्र को मजबूत बनाता है।

èयह आंखों के लिए भी फायदेमंद होता है।

èजिन लोगो को डिप्रेशन या जो लोग काम के तनाव में अधिक रहते हैंउनके लिए तरबूज बहुत फायदेमंद होता है।

èतरबूज खाने से दिमाग शांत और खुश रहता है। जिन लोगो को गुस्सा ज्यादा आता है। तरबूज खाने से उनको अपना गुस्सा शांत करने में बहुत मदद मिलती है।

èगर्मियों में तरबूज खाकर गर्मी के कारण होने वाली बहुत सी बीमारियों से बचा जा सकता है।

èसूखी खांसी में तरबूज खाना लाभप्रद होता है।

èखाना खाने के बाद तरबूज का रस पीने से खाना जल्दी पच जाता है। इससे नींद भी अच्छी आती है।

èतपती धूप से जब सिरदर्द होने लगे तो तरबूज के आधा गिलास रस को पानी में मिलाकर पीना चाहिए। सिरदर्द से तुरंत राहत मिलती है।

èनियमित तरबूज सेवन से कब्ज दूर होती है।

èटखने और गुर्दे के पास सूजन होने पर तरबूज खाना लाभदायक होता है।

èपेशाब में जलन हो तो ओस या बर्फ में रखे हुए तरबूज का रस निकालकर सुबह खाली पेट चीनी मिलाकर पीने से लाभ होता है।

èतरबूज खून की कमी दूर करता है।

èतरबूज पर थोड़ा काला नमक डालकर खाने से एसिडिटी और गैस की समस्या खत्म हो जाती है।

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