How to plan a healthy summer diet chart for your family? : गर्मियों में रहें सावधान और जानें गर्मियों में कैसा हो आपका खानपान



गर्मी में तमाम बीमारियां लोगों को प्रभावित कर सकती हैं, ऐसे मौसम में जरूरी है कि अपने खानपान से लेकर पहनावे में भी बदलाव किया जाए । वहीं, अपने स्वास्थ्य के प्रति ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है । इससे मौसम के नकारात्मक असर से बचा जा सकेगा । गर्मी ज्यादा परेशान न करे इसके लिए जरूरी है कि सुबह जल्दी उठा जाए । कई लोग गर्मियों में ख़राब पाचन तंत्र से परेशान रहते हैं अतः अपने खानपान का विशेष ध्यान रखा जाए । 

गर्मी के इस मौसम में अगर अपने ऊपर पर्याप्त ध्यान न दिया जाए तो तरह-तरह की मुश्किलें सामने आ सकती हैं । शरीर से अत्यधिक मात्रा में पसीना निकलने से जहां डीहाइड्रेशन की समस्या परेशान करती है, वहीं गंदगी भी कई बीमारियों की वजह बनती है । ऐसे में खाने-पीने का खास खयाल रखा जाए तो शरीर के कमजोर होने और बीमारी पास आने की आशंका काफी कम हो जाती है । तेज गर्मी को देखते हुए जरूरी है कि पहले से ही इस मौसम के लिए अपनी योजना बना ली जाए । अतः यहाँ हम आपको गर्मियों में आपका खान-पान  कैसा हो इस बारे में जानकारी देने जा रहे हैं-

        जानें ! सुबह का नाश्ता कैसा होना चाहिए ?                                                                                               


सुबह का नाश्ता करना गर्मी केमौसम में बहुत जरूरी होता है, इसलिए इसे कभी भी छोड़ें नहीं । सुबह के नाश्ते में आप तरल पदार्थों को ज्यादा तरजीह दें। नारियल पानी, फल आदि को प्रमुखता से शामिल कर सकते हैं। सुबह-सुबह पोहे, ओट्स आदि  को नाश्ते में सर्व किया जा सकता है।

        जानें !दोपहर का खाना कैसा होना चाहिए ?                                                                                             


दोपहर में अगर ज्यादा भूख नहीं है तो काले चने की चाट बना सकते हैं, जिसे घर में बनाना बेहतर है। हरे चने की चाट भी खाई जा सकती है। अगर ज्यादा भूख है तो रोटी, सब्जी, रायता, लस्सी, छाछ और हरी सब्जियों को खाने में शामिल करें। गर्मियों में दही का सेवन हमारे स्वास्थ्य ले लिहाज से काफी लाभप्रद होता है | इस मौसम में दही का सेवन कई रूप में किया जा सकता है। गोभी इस मौसम में कम खाएं, क्योंकि ये इस मौसम की सब्जी नहीं है। इस मौसम की सब्जियों में बीन्स, पालक, सेम की फली, बैंगन आदि का उपयोग करें। लौकी को भी अलग-अलग तरह से बना सकते हैं।

        जानें ! शाम के नाश्ते में क्या लें ?                                                                                                               


शाम को मुरमुरे, भेलपुरी खाना ठीक रहेगा। कभी-कभी सलाद भी ले सकते हैं। शाम को शरबत, ठंडाई आदि पी जा सकती है। खस, गुलाब आदि का शरबत भी अच्छा रहता है। नींबू पानी और छाछ तो फायदेमंद हैं ही।

        जानें ! रात का खाना कैसा होना चाहिए ?                                                                                                   


रात के खाने को हल्का रखें। इस समय सलाद और सब्जी ज्यादा खाएं। रोटी खाते हैं तो उसकी संख्या  लंच से एक कम रखें। दूध की जरूरत गर्मियों में होती नहीं। नींद की समस्या है तो तो दूध पी सकते हैं, पर उसकी मात्र कम रखें और उसमें इलाइची डाल लें। चाय-कॉफी का सेवन तो रात में बिल्कुल न करें।

        चाय छोड़ें, पानी से नाता जोड़ें :                                                                                                                   

गर्मी के मौसम में शरीर में पानी का स्तर ठीक रखना बेहद जरूरी है । इसके लिए यह भी जानना जरूरी है कि कौन-सा पेय पदार्थ लें और कौन-सा नहीं । ऐसे पेय पदार्थ लेने से बचें, जो पेट में गैस पैदा करते हैं। खासकर चाय का सेवन बहुत कम कर दें। अगर संभव हो तो चाय छोड़ ही दें या दो कप से ज्यादा न लें, क्योंकि यह आपके पाचनतंत्र को बिगाड़ती है तथा एसिडिटी की समस्या उत्पन्न कर देती है | अतः आप चाय की बजाय पानी ज्यादा से ज्यादा पीने की कोशिश करें |

        गर्मियों में नारियल पानी है अमृत :                                                                                                                



नारियल पानी इस मौसम में काफी मिलता है और यह इस मौसम में सेहत के लिए काफी फायदेमंद भी होता है । इस मौसम में जौ भी काफी फायदेमंद साबित होती है । इसे दही में डाल कर सत्तू के रूप में भी खा सकते हैं या इसे उबाल कर टमाटर, खीरा, मिर्च, हरी चटनी, नमक आदि मिला कर भी खाया जा सकता है। रोटी में भी जौ के आटे का इस्तेमाल करें । गेहूं और जौ का आटा बराबर मात्रा में मिलाकर रोटी बनाएं । इस मौसम में यह शरीर को ठंडा भी रखेगी और पेट भी ठीक रहेगा ।

        गर्मियों में चना रखेगा आपको ठंडा-ठंडा, कूल-कूल :                                                                                         



चने को भी डाइट में प्रमुखता से शामिल करें। काला और हरा चना दोनों ही इस मौसम में ज्यादा खाना चाहिए, क्योंकि इसकी तासीर ठंडी होती है। इससे पेट नहीं फूलता और भूख भी शांत हो जाती है। आप चने में कई तरह के प्रयोग भी कर सकते हैं | आप चने की चाट बना सकते है, काले चने की सब्जी भी काफी स्वादिष्ट लगती है खाने में | दोपहर में आप काले चने की तरीदार सब्जी के साथ रोटी खा सकते हैं |

        मौसमी फलों को दें तरजीह                                                                                                                              



फलों में मौसमी, तरबूज, खरबूजा आदि इस मौसम में काफी फायदेमंद होते हैं । पित्त की समस्या है तो खीरे और लौकी के रस को बराबर मात्रा में मिला कर उसमें सेंधा नमक या लवण भास्कर आयुर्वेदिक चूर्ण डाल कर कर पी जाएं । यह गैस को नियंत्रित रखता है और पाचन क्षमता को भी बेहतर बनाता है । सलाद और चाट में भी सा दे नमक की बजाय इन्हीं का इस्तेमाल करें। यह आम का भी मौसम है, लेकिन आम को खाने में थोड़ी सावधानी बरतें। खाने से पहले आम को दो घंटे के लिए पानी में रखें, फिर उसका इस्तेमाल करें ।

        धनिया, पुदीना, नीम्बू और प्याज को भी करें शामिल :                                                                                        




इस मौसम में हरी चटनियों का सेवन कर सकते हैं । धनिया, पुदीना, आंवला, प्याज आदि की चटनी बना कर खाने के साथ खाएं ।  यह आपके खाने का स्वाद भी बढ़ाती है और मौसम के अनुरूप भी है । नीम्बू का सेवन भी इस मौसम के अनुरूप है, अतः आप नीम्बू का प्रयोग नीम्बू-पानी के रूप में या फर धनिये की चटनी में खटाई के स्थान पर डालकर कर सकते हैं | प्याज को आप कच्चा सलाद के रूप में भी खा सकते हैं, यह लू लगने से आपको बचाती है |

        कामकाजी हैं तो यह रूटीन अपनाएं :                                                                                                                 




कामकाजी लोग खाली पेट घर से बिलकुल न निकलें, क्योंकि इससे लू लगने की आशंका बढ़ जाती है। कामकाजी महिलाएं लंच में सलाद ज्यादा लें तो बेहतर है। गर्मियों में नाश्ता करके ही घर से निकलें। घर से निकलते वक्त पानी से भरी हुई बोतल, एक नीम्बू तथा थोड़ी सी चीनी साथ रखें | यह सभी चीजें ननिर्जलीकरण से बचने के लिए काफी महत्वपूर्ण होती हैं और फर्स्ट-एड का काम करती हैं | आप चाहें तो आप एक बोतल में सदा पानी तथा एक बोतल में नीम्बू पानी भी साथ में रख सकती हैं |

        गर्मियों में नॉनवेज और अल्कोहल को कहें ना  :                                                                                                   



यदि आप मांसाहारी हैं तो इस मौसम में उसकी मात्र कम कर दें । अल्कोहल के इस्तेमाल से भी बचें। ये गर्म तासीर की चीजें हैं, जिन्हें पचाने के लिए शरीर को काफी मेहनत करनी पड़ती है । गर्मियों में शराब का इस्तेमाल करने सेआपके  हीट-स्ट्रोक और निर्जलीकरण आदि से प्रभावित होने की संभावना काफी बढ़ जाती है | अतः गर्मियों में इनका सेवन करना पूर्णतः बंद कर दें | मांसाहारी खाद्य-पदार्थों के स्थान पर आप  दालों का प्रयोग कर सकते हैं | इससे आपको पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन व ऊर्जा प्राप्त होगी |

        बच्चों का रखें खास खयाल :                                                                                                                             




बच्चों को इस मौसम में ऐसी चीजें न दें, जो जल्दी खराब हो जाती हैं। अर्थात रोड साइड फ़ूड, पिज़्ज़ा, बर्गर तथा नूडल्स आदि पर रोक लगाएं। आप अपने बच्चे को नींबू पानी नियमित रूप से दें। यदि बच्चा खाना स्कूल से वापस ला रहा है तो उसे चावल, चना और जौ से बनी हुई चीजें दे सकते हैं। आप चावल, चना तथा जौ से कई इंट्रेस्टिंग डिशेज़ बनाकर अपने बच्चे को दे सकती हैं, जिससे आपके बच्चे की गर्मियों से लड़ने की ताकत में बढ़ोतरी होगी तथा वह इस मौसम में स्वस्थ रहेगा | साथ ही उसे दिन भर ज्यादा से ज्यादा पानी पीने के लिए प्रेरित करती रहें |

        बीपी की समस्या है तो गर्मियों में रहें सावधान :                                                                                                     



बीपी का खतरा इस मौसम में बढ़ जाता है। इसके अलावा मधुमेह के रोगियों में डिहाइड्रेशन होने की आशंका भी रहती है। ऐसे लोग खाने का समय निश्चित रखें और पानी व तरल पदार्थ समय-समय पर लेते रहें। इस मौसम में खाना बिल्कुल न छोड़ें। यदि आप डायबिटिक हैं या हाई बीपी से पीड़ित हैं तो आप मूंग की खिचड़ी ले सकते हैं। यह पेट के लिए काफी फायदेमंद रहती है और आसानी से पच जाती है । डायबिटिक हैं तो रात का खाना खाना कभी न भूलें और अपने डॉक्टर के निर्देशानुसार खाना-पीना, दवा आदि समय पर लेते रहें।


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