Healthy Foods: Best Fruits To Eat this Summers | Fruits You Can Eat All Summer Long PART-4 ( चिचिलाती गर्मी से परेशान हो तो इस भयंकर गर्मी से बचने के लिए खाएं ये आहार ) भाग-4
कमरख (CAEAMBOLA)-
õ कमरख का पेड़ उत्तर और मध्य भारत में अक्सर देखा जा सकता है। गर्मियों में इस फल के सेवन से लू की मार नहीं पड़ती तथा यह ज्यादा गर्मी की वजह से होने वाले बुखार में भी लाभकारी होता है।
õ अक्सर ग्रामीणजन इसके पके फलों का रस (पन्हा) तैयार कर दोपहर में पीते हैं।
õ माना जाता है कि शरीर की आंतरिक तासीर को यह ठंडा बनाए रखता है।
õ स्वाद में इसके फल काफी खट्टे होते है हलाँकि यादा पक जाने पर इनमें थोड़ी मिठास भी आ जाती है।
õ इसका पका हुआ फल शक्तिवर्धक और ताजगी देने वाला होता है।
õ गर्मियों में इस फल के सेवन से लू की मार नहीं पडती तथा यह यादा गर्मी की वजह से होने वाले बुखार में भी लाभकारी होता है।
õ अक्सर ग्रामीणजन इसके पके फलों का रस (पन्हा) तैयार कर दोपहर में पीते है |
õ माना जाता है कि शरीर की आंतरिक तासीर को यह ठंडा बनाए रखता है और प्यास को बुझाता भी है।
शहतूत (WHITE MULBERRY)-
शहतूत को मलबेरी के नाम से भी जाना जाता है। शहतूत के फलों का रस पीने से आंखों की रोशनी तेज होती है और इसका शरबत भी बनाया जाता है।
õ पातालकोट के आदिवासी गर्मी के दिनों में शहतूत के फलों के रस में चीनी मिलाकर पीने की सलाह देते हैं, उनके अनुसार शहतूत की तासीर ठंडी होती है जिसके कारण गर्मी में होने वाले सन स्ट्रोक से बचाव होता है।
õ शहतूत का रस हृदय रोगियों के लिए भी लाभदायक है।
õ गर्मीयों में बार-बार प्यास लगने की शिकायत होने पर इसके फलों को खाने से प्यास शांत होती है।
õ शहतूत में विटामिन-ए, कैल्शियम, फास्फोरस और पोटेशियम अधिक मात्रा में मिलता हैं।
õ ग्रीष्म ऋतु में ठेलों पर लदे लाल, जामुनी, हरे शहतूत अपने स्वाद के कारण सभी का मन मोहित करते हैं परन्तु बहुत कम लोग जानते हैं कि इनका सेवन को गर्मी के प्रकोप को कम करता है।
õ यदि नकसीर फूट जाये तो शहतूत खाने या उसका शरबत पीने से राहत प्राप्त होती है
अनुपम ककड़ी (CANTALOUPE)-
õ कच्ची ककड़ी में आयोडीन पाया जाता है।
õ ककड़ी बेल पर लगने वाला फल है, गर्मी में पैदा होने वाली ककड़ी स्वास्थ्यवर्ध्दक तथा वर्षा व शरद ऋतु की ककड़ी रोगकारक मानी जाती है।
õ ककड़ी स्वाद में मधुर, मूत्रकारक, वातकारक, स्वादिष्ट तथा पित्त का शमन करने वाली होती है।
õ उल्टी, जलन, थकान, प्यास, रक्तविकार, मधुमेह में ककड़ी फ़ायदेमंद हैं।
õ ककड़ी के अत्यधिक सेवन से अजीर्ण होने की शंका रहती है, परन्तु भोजन के साथ ककड़ी का सेवन करने से अजीर्ण का शमन होता है।
õ यह उष्ण तथा ग्रीष्म ऋतु का अनुपम उपहार फल तथा सब्जी दोनों है।
õ ककड़ी अपने शीतल प्रभाव से मन, मस्तिष्क तथा वायु कोशिकाओं को तृप्ति एवं स्वास्थ्य प्रदान करती है।



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