What Are the Wonder Health Benefits of Drinking Apple Juice(सेब का जूस: सेब के जूस में छिपे हैं सेहत के कई राज)
सेब का जूस: सेब के जूस
में छिपे हैं सेहत के कई राज
What Are the Wonder
Health Benefits of Drinking Apple Juice
सार संक्षेप-
Æ सेब का जूस अस्थमा और
कैंसर से बचाता है ।
Æ सेब का जूस सूखी खांसी
को दूर करने में रामबाण है ।
Æ सेब के जूस का नियमित सेवन लाता है त्वचा में निखार आता है ।
Æ सेब के जूस का नियमित सेवन आपकी याददाश्त को दुरुस्त रखता है ।
सेब हमारे स्वास्थ्य के
लिए बहुत ही महत्वपूर्ण फल है । सेब न केवल खाने में स्वादिष्ट होता है बल्कि यह सेहत के नजरिये से भी एक महत्वपूर्ण फल है ।आइए
जानते हैं कि सेब किस तरह आपको सेहतमंद रखने में मददगार होता है । नियमित
रूप से एक सेब आपको डॉक्टर को हमेशा दूर रखता है। सेब के अनेक गुण हैं
जिनकी वजह से सेब हमेशा स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है
। लेकिन अगर आपके पास सेब नहीं है तो क्या सेब का जूस भी
हमारी सेहत के लिए उतना ही फायदेमंद है जितना सेब होता है ? जवाब है नहीं।
बाजार
में बिकने वाले सेब के जूस का स्वाद भले ही कितना भी लाजवाब क्यों न हो लेकिन इसकी
कुछ कमियां होती जिस कारन बाज़ार का जूस फायेदेमंद नहीं होता है अतः जब भी आपको सेब का रस पीना हो तब आप सेब का जूस घर पर ही बनाकर पियें |
दिल को रखे सेहतमंद-
सेब एंटी-ओक्सीडेंट, पॉलीफिनॉल और फ्लेवोनॉयड से भरपूर होता है । ये सेब हमारे दिल को स्वस्थ रखने में काफी मददगार होते हैं। इसके अलावा, इनसे हमारे शरीर को जरूरी मिनरल, जैसे पोटेशियम मिलता है, जो आपके दिल को स्वस्थ रखने लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। तो, नियमित एक गिलास सेब का जूस आपके हार्ट को सुचारू रूप से चलाने के में मददगार होता है |
अस्थमा के खतरे से बचाता है-
सेब
में फ्लेवोनॉयड्स नामक पोषक तत्व पाया जाता है | यह अति-आवयाश्यक पोषक तत्व है जो हमें अस्थमा
जैसी बीमारी से बचाता है यह अपने इस के कारण काफी विख्यात है । इसके साथ-साथ ही
फ्लेवोनॉयड हमारे फेफड़ों और अधिक वलिष्ठ बनाने में कारगर होता है और उनकी
कार्यक्षमता बढाने में सहायक होता है। ताजा अनुसंधानों से यह साबित हो चूका है कि जो
लोग जो रोज एक गिलास सेब के जूस का सेवन करते हैं उनके फेफड़े अन्य लोगों के
मुकाबले बेहतर काम करते हैं ।
लिवर की सफाई रखता है-
सेब
में मौजूद क्षारीय गुण हमारी लिवर में मौजूद विषाक्तता और गंदगी को हमारे शरीर से बाहर करता है उसे मजबूत एवं सेहतमंद बनाये रखती
है । इससे त्वचा का पीएच स्तर नार्मल बना
रहता है। सेब के छिलके में मौजूद एलिमेंट हमारी पाचन क्रिया को सेहतमंद रखने में
मददगार साबित होते हैं।
कोलेस्टेरोल को मदद करने में सहायक होता है-
सेब
का जूस कई फायदों से भरपूर होता है इसका एक और गुण यह भी है कि यह हमारे शरीर में कोलेस्टेरोल
के स्तर को नार्मल बनाये रखने में मददगार साबित होता है। अगर हमारे शरीर में कोलेस्टेरोल
का स्तर बढ़ जाए तो इससे हृदय संबंधी कई व्याधियां
हो सकती हैं। इसलिए आपको सेब अथवा इसके
जूस के नियमित सेवन करना चाहिए इससे आप इस बीमारी से दूर रख सकते हैं।
हड्डियों को ताकतवर बनाता है-
सेब
में विटामिन सी,
आयरन और बोरोन जैसे कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व पाए जाते हैं । ये पोषक आपस में एक
साथ मिलकर हमारी हड्डियों को ताकतवर एवं स्वस्थ बनाने में सहायक होते हैं।
सेब का जूस हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता
है-
विटामिन
सी की प्रचुरता के कारण सेब हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मददगार होता
है। जिससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है जिस कारण हमें जीबाणु और कीटाणुओं से
मुकाबला करने के लिए शक्ति मिलती है |
कैंसर के खतरे को कम करता है एक गिलास सेब का
रस-
सेब का जूस हमें कैंसर और ट्यूमर के खतरे से बचाने में बेहद उपयोगी होता है। खासतौर पर सेब का जूस हमें फेफड़ों के कैंसर से बचाता है । ट्यूमर कोशिकाओं को रोकने में फ्लेवोनॉयड और फेनॉलिक एसिड की काफी महत्वपूर्ण भूमिका होती है । ये दोनों तत्व ही सेब में काफी प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं |
कब्ज के रोग से निजात दिलाता है-

जब हमारी बड़ी आंत अधिक मात्रा में जल सोख लेती है, तब हमको कब्ज की परेशानी होती है । सेब में मौजूद सोरबिटॉल इस समस्या को ख़त्म करने में सहायक होता है। जब यह तत्व हमारी बड़ी आंत में पहुंचता है, तो यह हमारी कोलोन में अतिरिक्त पानी पहुंचाता है। इससे स्थूल तत्व नरम हो जाता है और आसानी से गुदा द्वार से बहार हो जाता है।
सौंदर्य बढ़ाए सेब का जूस-
आंखों के लिए फायदेमंद-
सूखी खांसी को ख़त्म करता है-
अगर आपको खांसी की
समस्या है,
तो भी आप एक गिलास सेब का जूस ले सकते हैं। सेब के जूस के इतने
फायदे हमने आपको बता दिये हैं। स्वस्थ रहना है तो हर मौसम में मिलने वाले इस फल का
आनंद लें, जो स्वाद में तो अच्छा है ही, स्वास्थ्य के लिए भी बहुत अच्छा है।
पोषक तत्वों से भरपूर होता है-

सेब में सर्वाधिक
मात्रा में फास्फोरस होता है। इसके अतिरिक्त इसमें आयरन, प्रोटीन,
कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट तथा विटामिन-बी भी
पर्याप्त मात्रा में होते हैं। यह हृदय रोग में बहुत लाभकारी है।
पेट सम्बन्धी बीमारियों को दूर करे-
सेब पेट के लिए बहुत
लाभकारी है। इससे पेट में गैस नहीं बनती एवं पेट में कीड़े भी पैदा नहीं होते। दो
मीठे सेब या सेब का एक गिलास ताजा रस प्रतिदिन पीने से पेट के कीड़ों से राहत
मिलती है एवं कब्ज भी दूर होती है। प्रतिदिन सुबह खाली पेट दो सेब चबाकर खाने से
अग्रिमांद्य दूर होता है और भूख भी बढ़ जाती है।
मोटापे को दूर करे-
How to Lose Belly Fat: Tips for a Flatter Stomach(घरेलु और प्राकृतिक तरीकों से पेट की चर्बी कम करें)
ज्यादा वजन के कारण
होने वाले हृदय रोग,
उक्त रक्तचाप, मधुमेह जैसी बीमारियों से राहत
दिलाने में सेब का सेवन लाभदायक है। सेब में पर्याप्त मात्रा में मौजूद फाइबर वजन
कम करने में मदद करते हैं। सेब के मुरब्बे का सेवन करने से मोटापा भी दूर होता है।
अल्जाइमर
से बचाव में सहायक-

कॉर्नेल
यूनिवर्सिटी में चूहों पर किये गये अध्ययन में पाया गया कि सेब में पाया जाने वाला
क्वेरेसेटिन एक तरह के फ्री रेडिकल डैमेज जो कि अल्जाइमर डिजीज का कारण बनता है, से ब्रेन सेल्स को प्रोटेक्ट करता है | लो कोलेस्ट्राल सेब में पाया जाने वाला
पेक्टिन एलडीएल (बैड) कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. प्रतिदिन दो सेब खाने वाला
व्यक्ति 16 प्रतिशत
से भी ज्यादा कोलेस्ट्रॉल कम कर सकता है |
ब्रेस्ट
कैंसर के खतरे से बचाता है-
कॉर्नेल
यूनिवर्सिटी के अध्ययन में पाया गया कि जो चूहे प्रतिदिन एक सेब खाते थे, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 17 प्रतिशत तक कम हो गया. जिन चूहों को प्रतिदिन तीन सेब खिलाये गये उनमें
ब्रेस्ट कैंसर का खतरा 37 प्रतिशत तक कम हो गया, वहीं जिन चूहों को प्रतिदिन छह सेब खिलाये गये उनमें खतरा 44 प्रतिशत तक कम हो गया |
कोलोन और लीवर कैंसर से बचाव-

अध्ययनों में पाया गया कि जिन चूहों को सेब के छिलकों का सत खिलाया
गया, उनमें 43 प्रतिशत तक कोलोन कैंसर
का खतरा कम हो गया | दूसरे शोध के अनुसार, सेब में मौजूद
पैक्टिन कोलोन कैंसर के खतरे को कम करता है और हेल्दी डायजेस्टिव ट्रैक्ट को
मेंटेन करने में मदद करता है. चूहों पर किये गये एक दूसरे शोध में पाया गया कि सेब
के छिलके के सत को खाने वाले चूहों में लिवर कैंसर का खतरा 57 प्रतिशत तक कम हो गया |


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