These Fact You Didn't Know About Watermelon,You'll Be Amazed and Shocked(गर्मियों में ताज़ा लाल-लाल तरबूज खाओ और शरीर को बीमारियों से बचाओ)
गर्मी का आकर्षक और आवश्यक फल तरबूज शरीर में पानी की कमी को पूरा करता है। इसमें एंटी ऑक्सीडेंट भी होता है और यही नहीं रिसर्च के अनुसार तरबूज पेट के कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह से बचाता है। तरबूज में 92% पानी और 6% शक्कर होती है, यह विटामिन ए, सी और बी6 का सबसे बडा़ स्त्रोत है। इसमें बीटा कैरोटीन होता है जो कि हृदय रोग के रिस्क को कम कर के सेल रिपेयर करता है।
तरबूज के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefit Of Watermelon)-
1. तरबूज में लाइकोपिन पाया जाता है, लाइकोपिन हमारी त्वचा
को जवान बनाए रखता है। ये हमारे शरीर में कैंसर को होने से भी रोकता है।
2. तरबूज में विटामिन ए और सी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। विटामिन सी
हमारे शरीर के प्रतिरक्षा तन्त्र को मजबूत बनाता है और विटामिन ए हमारे आँखों के
स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है।
3. तरबूज और उसके बीजों की गिरी शरीर को पुष्ट बनाती है। तरबूज खाने के बाद
उसके बीजों को धो सुखा कर रख लें जिन्हें बाद में भी खाया जा सकता है।
4. अपचन, भूख बढ़ाने तथा खून की
कमी होने पर भी तरबूज बहुत लाभदायक सिद्ध होता है । एक बड़े तरबूज में थोड़ा-सा
छेद करके उसमें एक ग्राम चीनी भर दें। फिर दिन तक उस तरबूज को धूप में तथा रात में
चंद्रमा की रोशनी में रखें। उसके बाद अंदर से पानी निचोड़ लें और छानकर काँच की साफ
बोतल में भर लें। यह तरल पदार्थ चौथाई कप की मात्रा में दिन में दो से तीन मर्तबा
पीने से उपरोक्त तकलीफों में अत्यंत लाभकारी होता है।
5. तरबूज की फाँकों पर काली मिर्च पाउडर, सेंधा व काला नमक
बुरककर खाने से खट्टी डकारें आना बंद होती हैं।
6. तरबूज का गूदा लें और इसे मुहासे से प्रभावित जगह पर
आहिस्ता-आहिस्ता रगड़ें। एक ही मिनट उपरांत चेहरे को गुनगुने पानी से साफ कर लें।
7. तरबूज खाते समय इस बात का ध्यान रखें कि इसे खाने के बाद 1 घंटे तक पानी न पियें
अन्यथा लाभ के स्थान पर शरीर को हानि पहुंच सकती है। तरबूज ताजा काट कर खायें।
बहुत पहले का कटा तरबूज भी नुकसान पहुंचाता है।
9. नित्य
तरबूज का ठंडा-ठंडा शरबत पीने से हमारे शरीर को शीतलता तो मिलती ही है साथ ही
हमारे चेहरे पर गुलाबी-गुलाबी आभा भी दमकने लगती है।
10. तरबूज के बीज
शीतवीर्य, शरीर में
स्निग्धता बढ़ानेवाले, पौष्टिक, मूत्रल, गर्मी का शमन
करने वाले, कृमिनाशक, दिमागी शक्ति बढ़ाने वाले, दुर्बलता मिटाने
वाले, गुर्दों की
कमजोरी दूर करने वाले, गर्मी की खाँसी
एवं ज्वर को मिटाने वाले क्षय एवं मूत्ररोगों को दूर करने वाले हैं।
11. तरबूज के बीज के सेवन की मात्रा हररोज 10 से 20 ग्राम है। तरबूज के ज्यादा बीज खाने से तिल्ली
की हानि होती है।
12. तरबूज के बीजों की गिरी की ठंडाई बनाकर प्रात: नियमित पीने के स्मरण
शक्ति बढ़ती है।
13. ग्रीष्म ऋतु में दोपहर के भोजन के 2-3 घंटे बाद तरबूज खाना लाभदायक है। यदि तरबूज खाने के बाद कोई तकलीफ हो तो शहद अथवा गुलकंद का सेवन करें।
14. पुराने सिरदर्द को दूर करने के
लिये तरबूज के बीजों की गिरी को पानी के साथ पीसकर लेप तैयार कर नियमित माथे पर
लगायें।
15. बीजों की गिरी में मिश्री, सौंफ, बारीक पीसकर मिलाकर खाने से गर्भ में पल रहे शिशु का विकास अच्छा होता है।
बीजों को चबा-चबाकर चूसने से दाँतों के पायरिया रोग में लाभ होता है।
16. तरबूज के लाल गूदे पर काली मिर्च, जीरा एवं नमक का
चूर्ण डालकर खाने से भूख खुलती है एवं पाचनशक्ति बढ़ती है।
17. यह रसीला फल गुर्दे की पथरी, कोलोन कैंसर, अस्थमा, दिल की बीमारी, र्यूमेटाइड अर्थराइटिस और प्रोस्टेट कैंसर का खतरा घटाता है।
18. तरबूज ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर
हार्टबीट को रेगुलेट करता है।
19. वैज्ञानिक ने दावा किया है कि तरबूज यौन शक्तिवर्द्ध दवा वियाग्रा ज्यादा
प्रभावशाली भी होता है।
20. तरबूज के बीजों को छीलकर अंदर की गिरी खाने से शरीर में ताकत आती है। मस्तिष्क की कमजोर नसों को बल मिलता है, टखनों के पास की सूजन भी ठीक हो जाती है।
21. यदि आप अपने दिल को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो हर रोज तरबूज जरूर खाएं। एक नए अध्ययन में पाया गया है कि तरबूज आपके शरीर में हानिकारक कोलेस्ट्रॉल नहीं बनने देता और वजन कम करने में भी मदद करता है।
विशेष ध्यान
रखें :-
- गर्म तासीरवालों के लिए तरबूज एक उत्तम फल है लेकिन वात व कफ प्रकृतिवालों के लिए हानिकारक है। अतः सर्दी-खाँसी, श्वास, मधुप्रमेह, कोढ़, रक्तविकार के रोगियों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- तरबूज खाकर तुरंत पानी या दूध-दही या बाजार के पेय नहीं पीने चाहिए।
- तरबूज खाने के 2 घंटे पूर्व तथा 3 घंटे बाद तक चावल का सेवन न करें।
- गर्म या कटा बासी तरबूज सेवन न करें। इससे कई बीमारियाँ फैलने की आशंका रहती है।
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