Mango:Health Benefits Of Mango(आम के स्वास्थ्य लाभ जिनको जानकार आप चौंक जायेंगे )
आम के स्वास्थ
लाभ :-(Mango:Health Benefits Of Mango)
ब्लड
प्रेशर:-
आम में
प्रचूर मात्रा में विटामिन पाए जाते हैं, जिससे
स्वास्थ्य अच्छा बना रहता है। हाई ब्लड प्रेशर के रोगी के लिए आम एक प्राकृति
उपचार है, क्योंकि इसमें पोटेशियम (156 मिलीग्राम में 4 प्रतिशत) और मैग्निशियम (9 मिलीग्राम में 2 प्रतिशत) भारी मात्रा में
पाए जाते हैं।
कोलेस्ट्रोल की मात्रा घटाता है :
आम में एक घुलनशील आहार संबंधी फाइबर पेक्टिन पाया जाता है। पेक्टिन ब्लड कोलेस्ट्रोल लेवल को कम करने में प्रभावी रूप से कार्य करता है। यह हमें ग्रंथि में होने वाले कैंसर से भी बचाता है।
नेत्रदोष-
आम में विटामिन-ए पाया जाता है, जो नेत्रदोष निवारक है. इसके उपयोग से आंख संबंधी विकार दूर होते हैं जैसे रंतौंधी नेत्रदोष, आंखों की जलन, खुजली, आंखों में सूखापन, आंखों से पानी आना, आदि रोगों में उपयोगी है.
आम में विटामिन-ए पाया जाता है, जो नेत्रदोष निवारक है. इसके उपयोग से आंख संबंधी विकार दूर होते हैं जैसे रंतौंधी नेत्रदोष, आंखों की जलन, खुजली, आंखों में सूखापन, आंखों से पानी आना, आदि रोगों में उपयोगी है.
कैंसर निरोधक-
आम में अनेक स्वास्थ्य उपयोगी फिनोल्स होते हैं, जैसे क्वारसेटीन, आइसोक्वारसेटिन, एस्ट्रोगेलिन, फिसेटिन, गैलिक एसिड, मिथाइल गैलेट विटामिन सी, घुलनशील पेक्टिन आदि जो आहार नली के कैंसर की संभावनाओं को काफी हद तक कम करने की क्षमता रखता है और कैंसर सेल्स निर्माण की संभावना को कम करता है. कैंसर निरोधक प्रक्रिया में विटामिन-सी एक प्रभावी एंटिऑक्सिडेंट का काम करता है.
भार वृद्धि-
आम में प्रचुर मात्रा में आवश्यक पोषक तत्व होने के कारण एवं रुचिकर स्वाद होने से इसके सेवन से शरीर को पर्याप्त पोषण तत्व प्राप्त होने हैं. जिसके कारण शरीर के भार में वृद्धि होना स्वाभाविक है. आम के 40 ग्राम गुदे में 100 कैलोरी होते हैं. आम रस में शर्करा प्रोटीन और थोड़ी मात्रा में वसा के होने के कारण शरीर को पर्याप्त ऊर्जा प्राप्त होती है.
पाचक क्रिया में सहायक-
आम में प्रचुर मात्रा में एंजाइम होते हैं जो पाचन तंत्र को शक्ति प्रदान करता है. आम प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट को पचाकर शरीर को आवश्यक तत्वों की कमी की पूर्ति करता है. आम के फलों में कब्जियत दूर करने का विशेष गुण होता है. इसका सेवन नमक और शहद के साथ किया जाना चाहिए.
आम में प्रचुर मात्रा में एंजाइम होते हैं जो पाचन तंत्र को शक्ति प्रदान करता है. आम प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट को पचाकर शरीर को आवश्यक तत्वों की कमी की पूर्ति करता है. आम के फलों में कब्जियत दूर करने का विशेष गुण होता है. इसका सेवन नमक और शहद के साथ किया जाना चाहिए.
एनीमिया :-
जो लोग एनियामा से ग्रसित हैं, उनके लिए आम काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें प्रचूर मात्रा में आइरन पाया जाता है। नियमित और पर्याप्त रूप से आम का सेवन शरीर में खून की मात्रा बढ़ा देता है, जिससे एनीमिया जैसी बीमारी दूर रहती है।
जो लोग एनियामा से ग्रसित हैं, उनके लिए आम काफी फायदेमंद होता है। क्योंकि इसमें प्रचूर मात्रा में आइरन पाया जाता है। नियमित और पर्याप्त रूप से आम का सेवन शरीर में खून की मात्रा बढ़ा देता है, जिससे एनीमिया जैसी बीमारी दूर रहती है।
समय से पहले बुढ़ापे को रोकता है:-
आम में बड़ी मात्रा में विटामिन A और विटामिन C पाए जाते हैं, जो कि शरीर के अंदर कोलाजेन प्रोटीन के निर्माण में सहायक होते हैं। कोलाजेन ब्लड वेसल और शरीर के कनेक्टिव टिशू को सुरक्षित रखता है, जिससे त्वचा की उम्र ढलने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
स्मरण शक्ति वर्धक-
आम में ग्लूटामिक एसिड नामक एमिनो एसिड पाया जाता है जो मस्तिष्क को सुदृढ़ कर एकाग्रता और स्मरण शक्ति में वृद्धि करता है. इससे आत्मविश्वास में भी वृद्धि होती है.
शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को बढ़ाता है :-
गाजर की तरह आम में भी बीटा-केरोटीन और कार्टेन्वाइड उच्च मात्रा में पाया जाता है। आम में पाए जाने वाले यह तत्व शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता को बेहतर और मजबूत बनाते हैं।
मधुमेह से लड़ता है:-
कुछ अध्ययन से पाया गया कि आम मधुमेह के लिए एक बढ़िया प्राकृतिक उपचार है। हालांकि इस पर अभी शोध जारी है। पहले लोगों में यह मिथक था कि मीठा होने के कारण मधुमेह के रोगी को आम नहीं खाना चाहिए। पर अब यह सिद्ध हो चुका है कि न सिर्फ आम बल्कि इसकी पत्तियां भी मधुमेह से निजात दिला सकती है।
मकड़ी के विष पर-कई बार मकड़ी शरीर पर घुसकर विष छोड़ देती है, जिससे त्वचा पर फफोले हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में आम की गुठली की गिरी को पानी में घिसकर लेप तैयार कर लगाना चाहिए।
पैरों की बिवाई फटने एवं दाद पर-
आम का फल तोड़ने पर डंठल के पास से चेंप (चीक) निकलता है, जिसे फटी बिवाई में नित्य भरने से कुछ ही दिनों में त्वचा स्वस्थ हो जाती है। दाद पर भी यह चीक लगाने से दाद समाप्त हो जाता है।
पायरिया में-
आम की गुठलियां इकट्ठी कर सूखा लेना चाहिए तथा उनके अंदर की गिरी को निकालकर उसे भी अच्छी तरह सूखाकर कूट-पीसकर चूर्ण बना लें, उस चूर्ण को उंगलियों से मंजन करने से दाँतों के विभिन्न रोगों से छुटकारा मिलता ही है, पायरिया भी दूर हो जाता है।
नकसीर में-
नाक से रक्तस्राव होने पर आम की गुठली की गिरी निकालकर पीस लें और उसे सुंघाएं, इससे रक्तस्राव बंद हो जाता है। चरक के अनुसार आम की गुठली का रस नाक में डालने से रक्तस्राव बंद हो जाता है।
हृदय को
बनाए स्वस्थ: आम अपनी अमीर
फाइबर सामग्री की वजह से रक्त में
ट्राइग्लिसराइड्स भोजन का काम करता है। यह तंत्रिका तंत्र
में रक्त के प्रवाह को बढ़ाता है और हृदय घात
का खतरा कम करता है।
मुंहासे को रखे दूर :आम त्वचा पर होने वाले मंहासे पर भी प्रभावी रूप से असर करता है। यह मुंहासे के बंद पड़े छिद्रों को खोल देता है। एक बार जब यह छिद्र खुल जाते हैं, तो मुंहासों का निर्माण अपने-आप बंद हो जाता है। देखा जाए तो त्वचा के बंद पड़े छिद्रों को खोलना ही मुंहासों से छुटकारा पाने से सबसे अच्छा तरीका है। पर इसके लिए आपको नियमित आम खाने की जरूरत नहीं है। आप आम के गूदे को त्वचा पर लगाएं और 10 मिनट बाद धो लें।

शारीरिक कमजोरी नाशक: सामान्य और गर्भवती महिलाओं में रक्त की कमी और कमजोरी आम में पाये जाने वाले आयरन और विटामिन सी से दूर की जा सकती है. यह लाल रक्त कणों में वृद्धि करता है. आम में मौजूद विटामिन-सी एक आदर्श एन्टीऑक्सिडेंट का काम करता है|
सुन्दर, सिल्की और लंबे बाल :आम की गुठलियों के तेल को
लगाने से सफेद बाल काले हो जाते हैं तथा काले बाल जल्दी सफेद नहीं होते हैं। इससे
बाल झड़ना व रूसी में भी लाभ होता है।
लू लगने पर-गरमी के दिनों में तेज धूप के कारण शरीर में पानी
एवं खनिज लवण की कमी होने वाले रोगों में एक जानलेवा रोग लू भी है। इस रोग में
कच्चे आम (कैरी) को भूनकर या उबालकर उसके गूदे को निकालकर उसमें मिश्री या शक्कर
मिलाकर दो-दो घंटे में एक-एक गिलास तीन-चार बार प्रतिदिन पिलाना चाहिए, इससे लू का दुष्प्रभाव दूर
होता है।
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